ये हादसों का दौर है ये हादसों का दौर। गर ना हो जीवन में तो हादसों से,सबक लेगा कौन? ये हादसों का दौर है ये हादसों का दौर। गर ना हो जीवन में तो हादसों से,सब...
सिर्फ मतलबों के रिश्तेदार बनाये हमने हर बार अपनों ने ही नीचा दिखाया हम को। सिर्फ मतलबों के रिश्तेदार बनाये हमने हर बार अपनों ने ही नीचा दिखाया हम को।
या खुद अपनी मर्ज़ी से यह भगवान बिक रहा है। या खुद अपनी मर्ज़ी से यह भगवान बिक रहा है।
यह कैसा दौर है न कहीं जाना है न ही कमाना है । यह कैसा दौर है न कहीं जाना है न ही कमाना है ।
फिर हुआ है किसी लड़की पर जुर्म अपार फिर निकलेगा आज कैंडील मार्च। फिर हुआ है किसी लड़की पर जुर्म अपार फिर निकलेगा आज कैंडील मार्च।
सोचना मुश्किल है लोगों को न्याय दो। सोचना मुश्किल है लोगों को न्याय दो।